वो ऐसा मुंफरीद है खयालो की भीड़ में।। सूरज हो जिस तरहा से उजालो की भीड़ में।। तलवो के आबले थे रुकावट बने हुए।। पर हौसले रुके नही छालो की भीड़ में।। #Mujeeb_raza #zid #husla #qamyabi