दायरों का इल्म भी दायरे क्या बयां करें, ये तो दायरों के बाहर जुबां होता है.. यूं तो अंधेरे का एहसास भी अंधेरे में रहने से नहीं, रोशनी के जाने के बाद बयां होता है..! #हिन्दी #शायरी #हिंदी_कोट्स_शायरी #yqhindi #shayari #msj #msjquotes #philosophy