सिलवटें आज भी है, मेरे दिल के चादर पे, तुम्हारी यादों-चिराग केl कई बार कोशिश की, उन्हें पहले वाले, सलिकों में संवारने कीl पर अब पता लगा, की दिल ही जिद्दी है, यूं सिलवटों का सदका, निभा रही हो जैसे, उनके साथ की ही, पैदाइशी तकदीरी लकीरें होl ©Anuradha Sharma #dil #silwatein #love #yqurdu #urdupoetry #yqquotes #yqdidi #yqbaba #Love