मेरे महबूब के रूप में बरसी मुझ पर खुदा की रहमत है, मेरे महबूब की मोहब्बत ही मेरे लिए रूह की राहत है। मेरे दर्द की दवा किसी हकीम किसी वैद्य के पास नहीं है, हम दीदार-ए-यार करके ही पा सकते हर दर्द से निजात हैं। #VKpoetry54 *पोस्ट को हाईलाइट करना ना भूलें। #vkpoetry #collabwithvkpoetry 🏵️ कैप्शन को ध्यानपूर्वक पढ़कर रचना करें 👇