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मेरे ज़हन मे खामोशी इस क़दर तक है .. कि अगर रोना

मेरे ज़हन मे खामोशी इस क़दर 
तक है ..
कि अगर रोना चाहू तो आंसू
और हसना चाहू तो हसी 
दोनो ही नही आती....
😔😔

©Sonia Rathore
  #sonia rathore 
sad shayri

#Sonia rathore sad shayri

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