सांसो की तर्जुमानी कर दूँ , जलती आग को पानी कर दूँ। किरदार सारे मर गए मेरे , ख़त्म अपनी कहानी कर दूँ । धो लूँ पाप गंगा में फिर अपने , खूं अपना खानदानी कर दूँ। रूह का ज़िस्म कुत्ते नौच खाये, बस हैराँ अपनी पेशानी कर दूँ। शज़र से अपना राब्ता न रहा , उड़ान क्या आसमानी कर दूँ। ख़्वाहिश अपनी खुद मार दूँ, और जीने में आसानी कर दूँ। यूँ ही परेशां ग़मज़दा है "राणा" थोड़ी सी और हैरानी कर दूँ । जीस्त-ए-फ़लसफ़ा #hindinojoto #nojotohindi #hindi #nojoto #रूह #कहानी #खानदानी #ख़ु #गंगा #पाप #धोना #जिस्म #पेशानी #हैरानी #ज़िंदगी #परेशां