जोशीले थे जवान थे साहसी थे कदरदान थे छोटी उम्र में पहचान वह अपनी करवा गए इतिहास के पन्नों पे नाम अपना लिखवा गए हम आजाद रहे वह फांसी को गले लगा गए खुदगर्ज हम इतने ठहरे उन्हीं को भुला गए तारीखों में याद करते हैं उनकी कुर्बानी को कैसे भूल गए हम उन्हीं की मेहरबानी को उनकी शहादत को बर्बाद हमही कर रहे हैं बस उन्हें हम इन तारीखों में याद कर रहे हैं मनजोत #शहादत