यहां वहां जहां तहां हर गली हर मोर पर, सोङ है बस चाहतो का हम इश्क के मरीज हैं!! तू जरा तो पास आजा चुमना है तुम्हारे लवो को, यहां इश्क के बाजार मे हम तेरे हसरतो के मुरीद हैं!! मेरे दिल की जो मुराद है काश तुमको भी याद हों, तुम कहो या न कहो हम तेरे चाहतो के इतने तो करीब हैं!! फिर जो प्याला इश्क के भङ दे पिया कुरवतो के जाम से, हमतो हो गये तुम्हारे नाम हैं हम तुम्हारे हीं हवीव हैं!! और तो मै क्या कहुं तू छिप गई हैं बादलो की ओट मे, पिया तुम हां कहो या ना कहो हम तेरे हीं नशीब है!! उदारता जो हैं तेरा हम तेरे चाहतो मे इस तरह गरीब हैं, फिर तेरा यू बढता कदम पिया और तेरे फैशले अजीब हैं!! यहां वहां जहां तहां रोहित तिवारी pavanguru1850 Vandana Mishra HøT_Bõy_Øm Su Hail