#OpenPoetry यूँ तो आदत ना थी हमारी गम में रहने की, मोहब्बत ने हमें ये भी सिखा दिया.. जब उसने चाहा तो इतना चाहा था मुझे, मोहब्बत छोड़ नफ़रत करना सिखा दिया.. वैसे तो मुझे लोगों को परखना नहीं आता था.. मगर वो छोड़ कर गए तो परखना सिखा दिया.. नयनसी परमार Akshita Jangid(poetess)