जो हकीकत करने चली आयी , पुराने पन्ने दफन हुए ही नही थे , जख्म को भरने चली आयी , मिटती नही है तुम्हारी परछाई , रोकने चली आती हो , प्याले दो प्यार के नाम कर जाती हो । Love You so much ❤️ ख़्वाबों की इक बस्ती थी, जिसमें अपनी हस्ती थी... #ख़्वाबोंकीबस्ती #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #pc1 #safaritefaqka #yqaestheticthoughts #yqrestzone Collaborating with YourQuote Didi