भुल चुका हू कल सपने मे बहुत कुछ कुछ याद भी आये ऐसी कोई निशानी नही बाकी मिटा चुका हू हर सबूत कल रात ख्वाहिशो के कत्ल की अब कोई गवाही नही बाकी ,,, #राझंणा ©Harshit #Thoughts