मोहब्बत का ये मीठा दर्द, उठे सीने मे फिर तो क्या? मज़ा आने लगे हमको, अगर जीने मे फिर तो क्या? मै हूं तैयार मरने को मेरी इक शर्त है लेकिन, पिला दो तुम जो होटो से, जहर पीने मे फिर तो क्या... #Zaher..