उन्ही कागजों से नया कैलेंडर बना हुआ हैं जिससे पुराना वाला बना था..... जनवरी, फरवरी , मार्च.......... महीने भी तो पुराने से ही हैं 1,2,3,4.......तारीखें भी तो वो ही...... तो फिर बदला क्या हैं.......2022 में आखिरी वाले 2 की जगह 3 ने ले ली हैं और 2023 बन गया हैं। फिर से किसी जनवरी ने एक महीने के लिए दिसंबर को अलविदा कह दिया....पता नही ये जनवरी दिसंबर 2022 को अलविदा कहने के लिए आई हैं या फिर दिसंबर 2023 का इंतजार करेगी...ठीक इसी प्रकार जिस तरह से जनवरी 2022 ने दिसंबर 2022 का किया था पुरानी यादें, पुराने दोस्त, पुराने रिश्ते, वो ही चुपके से गुजर रहा समय........ठीक ऐसे ही गुजर रहा हैं जैसे कल या परसों का गुजर चुका हैं तो फिर नया क्या हैं सिवाय आखिर वाले 3 के..... ©Monika verma #नया_साल #diary