मनाएगा वो अबकी बार भी तक़रीब बिछड़न गले मिलकर हथेली वो छुड़ाना जानता है - स्वरांजलि 'सावन' ©swaranjali sawan #तक़रीब #Nojoto #nojotohindi #nojotoLove #Poetry #Shayari #hugday