न अपनों से है न बेगानों से है शिकायत खुद की मेहनत के पैमानों से है कुरेदो-कुरेदो, तुम ज़ख़्मों को अभी ज़ोर लगा के निकालूँ कदमों को ये दलदल रोकेगी भला कैसे वादे जो है मैरे, आसमानों से है हाँ ऊंचे वृक्षों में बस्ता नहीं है कमल है, दलदल में भी धस्ता नहीं है #Life #goals #ambition #motivational