बहुत कम मिलेंगे तुम्हे दिल से बात करने वाले अक्सर लोग दिल से नही दिमाग से बात किया करते है खुद की जरूरत पूरा करने के तरीके ढूंढा करते हो.... अरे तुम बस जरूरत पर ही बात किया करते हो... कुछ हफ़्तों-महीनों से सन्नाटा सा था जिन्दगी मैं जब उन्होंने मुझे कॉल कर कहा कैसे हो, मिलना है तुमसे मेरे अपनो के लिए मेरे दिल के तार भी खुले रहते है हरदम एक बार मैं ही बोल दिया बताओ कहाँ मिलोगे खबर ऐसे दी जैसे मुझ से सचमुच मिलने ही आ रहे हो कुछ समय प्रतीक्षा करी, फिर जरूरत की बात हुई. एक पल ऐसा लगा मुझे उनसे मिल कर पुरानी कुछ बाते करनी होगी शायद कुछ वादे जो टूट गए , कुछ सपने जो अधूरे ही छूट गए उन्ही बातों को फिर जिंदगी मैं लाने को मिलरहेे होंगे आज पुराने सफर की एक नई शुरुआत करनी होगी शायद नही मैं कही ना कही गलत था जरूरत कुछ उनकी थी मुझे आपसे एक छोटा सा काम है क्या आप मेरी मदद करेंगे फिर मै मना ना कर सका उनका काम हुआ और वो चले... फिर कुछ हफ़्तों-महीनों तक सन्नाटा रहा जिंदगी मैं *R&J* RISHIRAJ फिर कुछ हफ़्तों महीनों तक सन्नाटा सा रहा जिंदगी मे....#