लिखती है मेरे दिल की बातों को मेरे दिल के अनगित जज़्बातों को रोती भी हैं यह और हँस्ती भी हैं जज़्बात अनगिनत इसमें बसते भी हैं कभी इश्क़ लिखा कभी दर्द लिखा कभी दिल के जख्मों पर मरहम लिखा कभी डूबी इश्क़ में तो यह कभी डूबी शहीदों के लहूं में कभी किसी कि प्रेरणा हुई कभी यह खुद प्रेरित हुई ताकत इसमें सारे जहां को झुकाने की हिम्मत इसमें इतिहास बदलने की OPEN FOR COLLAB 🌹 1. फॉन्ट छोटा रखें और बॉक्स में लिखें 2. इस वाक्य को अपने सुंदर शब्दों से पूरा करे. 3. लिखने के बाद इस पोस्ट पे आकर कॉमेंट में done लिखें