#AzaadKalakaar वीर जाबाज़ जवानों ने, देश पर प्राण लुटाए थे, हमारी भारत मां के पैर, बेड़ियों से छुड़वाए थे। रक्त की होली खेले थे, छुटे घर लाल अकेले थे, हमें ममता ने ताकत दी, वार दुश्मन के झेले थे। कई सालों की कुर्बानी, ने मां में श्वास जगाए थे, बूढ़ी आंखों का सब पानी, सुखाकर जीत पाए थे। वीर जाबाज़ जवानों ने.... ©Rimpy Ankur Leekha #शहीदों_को_नमन #स्वतंत्रता_दिवस #AzaadKalakaar