ये वक़्त मुकम्मल कैसा है, जो प्यार हमीं से करता है, ये जीवन की कठिनाई है, जो मानव भी कभी उभरता है, अंत मे जाकर पावन गंगा में ही तरता है। ये वक़्त मुकम्मल कैसा है, जो प्यार हमीं से करता है।। ©Anil kumar maurya ये वक़्त मुकम्मल कैसा है #मेरी_कलम_से✍️ #मेरी_आवाज_सुनो #मेरीसोंच