पिता मुश्किल बेशक राह रही है। फिर भी पूरी हर एक चाह रही है। तेरा अपना अलग किरदार है। जन्नत बेशक मां रही हैं। ये गुलशन भी तुझसे है। मेरा बचपन भी तुझसे हैं। तुझसे है मेरा हर एक पल। हर एक पल का कण भी तुझसे है। ये गुलशन भी तुझसे है। मेरा बचपन भी तुझसे हैं। मेरी खुशियां ये सब बता रही है। मुश्किल बेशक राह रही है। फिर भी पूरी हर एक चाह रही है। तेरा अपना अलग किरदार है। जन्नत बेशक मां रही हैं। ©Sandip rohilla #FathersDay