चांद को भी चॉंद का दरजा अता कर दो ऐ खुदा हम पर भी थोडी सी रहमत अता कर दो तू मुझको बे-सक जन्नत मत देना मेरी पनाह मे पर मेरी दादी को तो अपनी जन्नत ऐ फिरदौस अता कर दो आमीन ©ֆɦǟʏǟʀ kɨռɢ दादी