आतंकवाद आतंकवाद का कोई "वतन" नही होता,,, यह होती जुल्मो की दुनियाँ,,,,, आंतकवाद --------------,,,,,,,,,,,,,,,,, आंतकवाद को किसी सरहद पर निवास नही करता,,,,, आंतकवाद इंसान के जेहन की परम्परा है आंतकवाद किसी राष्ट्र का दुश्मन नही बल्कि वो मानवता का हत्यारा होता है आंतकवाद हिंसाओ का दुसरा नाम है,,सामान्यत मानवीय राक्षस होते है जो जो ईश्वर की नही बल्कि मानवीय दुष्ट कृति है