तू जब जब निकले कॉलेज को मैं तेरे पीछे आता हूँ तू देखे पीछे मुड़के जब , मैं जल्दी से छुप जाता हूँ । तू जल्दी से हाँ कह दे, मैं कॉलेज बंक करवा दूँ फ़िल्म तुझे दिखा के, कोई गीत तुम्हे सुना दूँ । ना कर चिंता घर वालों की, जा के उन्हें मनाऊंगा हाँथ तुम्हारा माँगूँगा, चाहे लात भले ही खाऊँगा पैर पकडूँगा मैं उनके , और हाथ तुम्हारा माँगूँगा ना माने घर वाले तो तुमको लेकर भागूँगा ।। हास्य व्यंग्य ।।