आइना बन सदा हृदय में तुम बसते जिगर में हरपल ही तुम। किरदार आपका मुझको भाएं छाया बना कर रखते हो तुम। आगाज़ हयात की करो प्रिये परवाज भरो जिन्दगी में तुम। नाशाद हूँ मैं तुम बिना प्रिये सुकून ला दो जिन्दगी में तुम। अर्पणा दुबे। ©arpana dubey #PARENTS