Jai Shri Ram श्याम तामरस दाम शरीरं। जटा मुकुट परिधन मुनिचीरं॥ पाणि चाप शर कटि तूणीरं। नौमि निरंतर श्रीरघुवीरं॥ जय श्री राम! ©ad sanjay kumar prajapati #jaishriram