दिल में दबी है जो दर्द की चिंगारी उसे तुम जलाते क्यों हो जब आना ही नहीं है हमारी जिंदगी में तो क्यों बार-बार मेरे दिल के दरवाजे को खड़़ खड़ा ते हो love in not true