दोस्तों का प्यार, माँ कि दुआ संग रहती है मेरी जिंदगी मुझसे ही तंग रहती है आप तो बेकार ख़फ़ा हो मुझसे मेरी तो खुद से भी जंग रहती है प्यार इंतजार भरोसा सब करती है मेरी बेरुखी से वो भी दंग रहती है मेरी नाकामियों के चर्चे तो आम है देखती है सब जुबान बंद रहती है बेबस देख सुनाती है महाभारत रामायण बताती है महापुरुषों की भी जिंदगी बेरंग रहती है दुर्गम पर्वतों में राह नहीं मिलती मुझें वो कहती है खोज कर इनमें सुरंग रहती है बदलेगा सब सच नहीं तो भ्रम रख अपने जीने का यही ढंग रख सामना कर उलझनों और मुसीबतों का जब तक जिन्दा है इनकी नाक में दम रख ©Ran Singh Guru #achievement