फांद छतें मिलने जाते थे, जब सो जाता था परिवार... पर अब कैसे उस को मिलने जाएं , है हर घर मे चौकीदार। जोगीरा सा रा रा रा रा... जोगीरा सा रा रा रा रा... (कविता अनुशीर्षक मे पढें।) कोई चिल्लावै चोर चोर कोई चौकीदार... एक भक्त है और एक है चमचा, है दोनो वफादार। जोगीरा सा रा रा रा रा... बुआ, बबुआ, जीजी, भईया सब बैठे दिमाग लगाएं... कोई ऐसी तिगडम हो जिस से मोदी हराएं। जोगीरा सा रा रा रा रा... अरज़ करे युवराज से दिल्ली के नौटंकीबाज़... कर लो गठबंधन हम से भी सुन लो हमारी आवाज़। जोगीरा सा रा रा रा रा... गिरगिट जैसे रंग बदले, नेता बदले दरबार... चुनावी रंगों मे फीका रह गया होली का त्योहार। जोगीरा सा रा रा रा...