नेताओं के संघर्षों ने मुझको बर्बाद किया भारत मां को सैनिक छोड़, कब और किसने याद किया वीर सपूतों ने मेरी खातिर ही कुर्बानी दी विधवाओं ने मांग छोड़ दी, बच्चों ने भरी जवानी दी भारत मां पर मिटने को हर एक शीश तैयार रहे मानव प्रेम छोड़कर फिर बस हथियारों से प्यार रहे मेरे वीर सपूत जवान जब सीमा पर अड़ जाते हैं हिंदू मुस्लिम एक तरफ सब भाई भाई बन जाते हैं देश में देंगे करवाते हो, दंगो का पूर्ण विराम करो मैं भारत माता बोल रही, तुम सब मुझको प्रणाम करो समस्तजन को भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ। यह अपार हर्ष का क्षण है। नव युग का जागरण है। ठीक इसी समय भारत के लिए रण है। आइए, हम सब मिलकर, भारत की एकता, अखंडता एवं स्वतंत्रता की रक्षा का लेते प्रण हैं। नेताओं के संघर्षों ने मुझको बर्बाद किया भारत मां को सैनिक छोड़, कब और किसने याद किया वीर सपूतों ने मेरी खातिर ही कुर्बानी दी विधवाओं ने मांग छोड़ दी, बच्चों ने भरी जवानी दी