रंज में ढका फ़क़त मिरा चेहरा नहीं कोई तबी'अत से देखो इन आँखों में ज़रा तुमसा नशा नहीं कोई लब कर जाते गुस्ताखियाँ आज भी ना लूँ नाम तुम्हारा ऐसा पल अबतक गुजरा नहीं कोई । याद आते रुला जाती हो मुझे तुम कई कई रात करूँ खुदकुशी हिज्र में, जानी इतना मशअला भी नहीं कोई । भुला कर करता रहता इतंजार फिर भी तुम्हारा बिना देखें तुम्हें सो जाए ख्वाब तो मुझमें जिंदा रहता नहीं कोई । आजकल खामोश सा रहने लगा हूँ खुद में भी इक तुमको छोड़ यार अपना लगता नहीं कोई शुक्र है कि मसान तक तुम साथ हो मिरे कामिल इस बे-रहम जमाने में दूर तलक रिश्ता निभाता नहीं कोई । #gajal #yqdidi #yqbaba #restzone #kunu #myfeelings #kamil_kavi #love