तुम हमारी गली से गुजरे तो शोर मचा गए। हम जब तेरे दर्मियां आए तो सन्नाटे छा गए। बस कानो में ही आवाजे गूंजती रही,अगल बगल में। की देखो आज वे भी अपने महबूब से मिलने हमारी गली आ गए। Aaru jain ©Arihantika Jain aaru शेर और सायरी अरिहंतिका की डायरी