इंतजार है इन लहराते खेतो को तुम्हारा, कब आओगे करते यही अब पुकार है । आए बादल हवा के झरोखे को साथ लेकर,। बरसेंगे कुछ दिन यही कहते बार बार है। ©Rachana Kushwah reality natura