अब ये शोर मुझे अच्छे नहीं लगते, इश्क़ की बाते सच्चे नहीं लगते, बहुत टूटा हुआ हूं खुद ही में मैं, अब ये लोग मुझे अच्छे नहीं लगते। बातें कर लिया करता हूं मैं, जब भी तन्हाई से फुर्रस्त मिल जाती है कभी मैं तो कभी तन्हाई मुझसे मिलने चली आया करती है कर लिया करता हूं मैं तन्हाई से तन्हाई की बाते, समय होता है विरह का ,पीरा भी बहुत होता है, तन्हाई भी जाते हुवे, मुझे तन्हा छोड़ जाया करती हैं। ©The YC EMPIRE #मैं_कितना_अकेला_हूं #THE_YC_EMPIRE #lonely #Tanhai ❤️Shayari with"Ujval Bhanwal"❤️