जिसे हम चाहते हैं वह कहां मिलता है, और मिल भी जाए तो कहां अपनाते हैं। यह तो सब मुकद्दर की बात है नसीब अपना अपना। आरजुओ ने हर किसी के दिल को दर्द बांटे हैं। किसी को कहां सब कुछ मिलता है।