"चुनौती" हे मानव , अच्छाई अच्छाई को छोड़ा तूने , सच्चाई को छोड़ा तूने , पकड़ लिया पल्लू बुराई का , क्या किसी का बिगाड़ लिया । मां को तूने छोड़ दिया , दिया पिता को भी छोड़ , पत्नी का गुलाम बनके , क्या किसी का बिगाड़ लिया । दूध को तूने ठोकर मारी , पानी को तूने बहा दिया , शराब के साथ हाथ मिलाकर , क्या किसी का बिगाड़ लिया । धैर्य को तूने क्रोध बनाया , सत्यव्रत को तूने झूठ ,विवेक के स्थान पर , साथ दिया काम का , क्या किसी का बिगाड़ लिया ,तूने क्या किसी का बिगाड़ लिया । साथ देता यदि सत्य का , विवेक से काम लेता तू , धैर्य को अपने दिल में रखता , तो बहुत अच्छा होता तू । अपने ही हाथो से तूने , अपना गला दबाया है , अब तो समझ और खड़ा हो जा , एक मौका फिर से आया है ।। ©Kirti Sharma #चुनौती #trendingpoem #plzlikecommentsharewithyourfriend#likeseveryone #standAlone R K Mudgal SHARMA Riya Soni Rashid Rafeek ✍️ ✔️ ds banshiwal gudiya