रात की बाहों में बाहें डाल , सवेरा कर लिया चुनना था रोशनी को, दिए तक से किनारा कर लिया। जानता हूँ ,जब शैतान आएंगे मुझे हंसकर गले लगाएंगे। एक जमीर ही बचा था वो भी उनके नाम कर दिया। #alone #एक् सोच