जब जब तुम्हें याद किया मैंने आँखो को लहू हर बार किया नज्म़ ग़जल ,गीत सब है प्रमाण में मेरे मैने तुम्हें याद कर खुद को ही बर्बाद किया अब जा कर गीले शिकवे कहती हो मेरी तुम बिन न जाने मैंने कितने शेर जाया किया हाँ टुटा आस्मां था मैं हर पहलू से मगर तुमने कौन सा मुझे जोड़ आसरा दिया थक कर इन कब्र में दफन हूँ दूर सबसे मैंने इश्क को खुदा समझ मौत को गले से लगा लिया झूठा कह तुमने मुड़ कर भी ना देखा मुझे आंसू सूखा लहू को हर जगह से ताज़ा किया जब जब तुम्हें याद किया मैंने आँखों को लहू हर बार किया । #myfeelings #restzone #yqdidi #yqbaba #kamil_kavi #kunu #darknesstaught