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वो दिन ,वो रात अभी भी याद है । खुदा से तब भी ,और आ

वो दिन ,वो रात अभी भी याद है ।
खुदा से तब भी ,और आज भी फरियाद है।
न जाने क्यूँ वो हमसे तुमको छीन गए
न जाने किस बात से वो खिन्न गये।
जिंदगी अब पूरी तरह अवसाद है ।
रूह है जख्मी ,और आँखे उदास है।
23 मार्च को छोड़ गए दुनिया ,अब हमको जीने की
 क्या आस है ।
आँखों मे नमी है ,और लफ़्ज़ों पर मुस्कुराहट
का प्रयास है #अभी भी याद है 1 #nojoto #poetry
वो दिन ,वो रात अभी भी याद है ।
खुदा से तब भी ,और आज भी फरियाद है।
न जाने क्यूँ वो हमसे तुमको छीन गए
न जाने किस बात से वो खिन्न गये।
जिंदगी अब पूरी तरह अवसाद है ।
रूह है जख्मी ,और आँखे उदास है।
23 मार्च को छोड़ गए दुनिया ,अब हमको जीने की
 क्या आस है ।
आँखों मे नमी है ,और लफ़्ज़ों पर मुस्कुराहट
का प्रयास है #अभी भी याद है 1 #nojoto #poetry

#अभी भी याद है 1 nojoto #Poetry