सरकारें जनता की सेवा करने को कितनी तत्पर और समर्पित हैं,
इसका उदाहरण लॉकडाउन के हटते ही समझ में आ जाएगा।
सरकारें यह तो कह चुकी हैं कि इतने लोगों को मुफ्त खाना खिलाना संभव नहीं है।
जबकि मद में हजारों-करोड़ों रुपए स्वीकृत किए गए हैं। सरकारों की एक दुमुंही चाल भी स्पष्ट दिखाई देती है।
नेता जनहित के नाम पर कुछ कहते हैं, तरह-तरह की राहतों की घोषणा करते हैं।
अधिकारी गलियां निकालकर आहत करने पर अड़े रहते हैं।
:
#1_मई_तक_लॉकडाउन_के_साथ_राजस्थान_सतर्क_है और 3 तक पूरा देश... आप भी रहें। #पंछी#पाठकपुराण#विज्ञान_का_ताण्डव