" तुमसे मिलने से पहले " थी कलियां सहेली हमारी ब्रज में कन्हैया अकेले... आजाद पंछी थे हम गगन के,"तुमसे मिलने से पहले" .... " तुमसे मिलने के बाद" एक नज़र के इशारे में ,दिल खो गया,कहां, होश आई न याद... बस थोड़ा थोड़ा सा इतना पता है , हां जालिमा, तुमसे मिलने के बाद... # मिलने से पहले मिलने के बाद