#OpenPoetry ग़र बारीश की रफ्तार धीमी होती तो अछ्छा होता उस चाय के ठेले पे सिर्फ हम दोनों होते तो अछ्छा होता साथ में भीगे होते हम तूम तो अछ्छा होता शायद छाता ना होता मेरे पास तो अछ्छा होता तूम पहले मीले होते मुझे तो अछ्छा होता ईन सब ख्वाहिशों का संसार होता तो अछ्छा होता ये सब हमेशा के लिए होता तो अछ्छा होता प्यार के बदले प्यार होता तो अछ्छा होता मेरा दिल तेरे दिलसे जूडा़ ना होता तो अछ्छा होता मैं पहले जैसा खूश होता तो अछ्छा होता मेरे ख्वाबों में तेरा जीक्र ना होता तो अछ्छा होता मिलने से पहले बिछड गए होते तो अछ्छा होता #nojotoapp #nojotonews #nojotviral #nojotoshayari #nojotopoetry