जो किये थे तमाम सवालात तुमसे, उनका अभी भी जवाब बाकी है। फ़कत एक चाँद ही हासिल हुआ है, अभी तो पूरा आफ़ताब बाकी है। चंद लफ्ज़ ही पढ़ें हैं इन आँखों से तुमने, अभी पूरी ही किताब बाकी है। दो बूँद चाहत ही लबों पे लगी है, मोहब्बत की पूरी शराब बाकी है। एक रस्म अदा कर यूँ दूर ना जाओ, भूल गए अपना कुछ हिसाब बाकी है ? #हिसाब #किताब #आफताब #शराब #जवाब #ग़ज़ल #yqhindi #hindipoetry