मेरी धड़कन , मेरे दिल का चैन है तू ज़िन्दगी के अंधेरों में उजालों भारी रैन है तू मेरे दिल के अंदर झक लेती है तू मेरे दुख दर्द को भाँप लेती है तू हर वक़्त मुझको संभाला है तूने डाँटा भी है और दुलार भी है तूने शब्दकोश में नही जो वो शब्द है तू क्या लिखूं, सुच में निःशब्द है तू जब तक तू है में मुस्कुराता हूँ मेरी हर दुआ में में फिर से तुझे माँगता हूँ मेरी दिवंगत बहन