कोई गैर क्यों आपको अपना समझे कोई क्यों सपनों को तुम्हारे अपना समझे कोई सजाए आपके घर को अपना समझकर आखिर कौन आपके हुजरे को अपना आशियाना समझे मैं करता हूं बातें ज़रा खाबों पर अमल करने की और ये जमाना मुझे दीवाना समझे बस एक तुझ पर मेरी सदा नजर रहती है मैंने भला कब सोचा मुझे ये ज़माना समझे मैं उसको दिन रात दुआओं में याद करता हूं फिर कैसे ये दिल उसको भुलाना समझे जो लोग गुजरेंगे मेरी हालत से भूपाल शायद बस मेरा लिखा तराना समझेंगे ©Bebaak Shayar Bhupal #वही लोग मेरा लिखा तराना समझेंगे #BebaakshayarBhupal #heartbroken💔feel #walkalone