मिले कभी जिंदगी तो, जिंदगी का पता पुछेंगे हम। इसके बहाने जिसे छोड़ आए, उस जिंदगी की खता पुछेंगे हम। बचपन को मेरे छिन तोड़ा क्यों, सवाल ये हर दफा पुछेंगे हम। बंद किवाड़ के पिछे वहां आज भी घर है मेरा, फिर इस किराये के मकान की गर्ज पुछेंगे हम। हर निशानी गांव में जिवीत है मेरी आज भी, फिर इस शहर की वजह पुछेंगे हम। दोष तो हजारों हैं ए जिंदगी तेरे उपर, फिर भी दोषी की पहचान तुझसे ही पुछेंगे हम॥ ©Saurav Ranjan mile kabhi jindagi to jindagi ka pta puchenge hm... #Life #bringingLife