जो बीत गया सो बीत गया उससे क्या पाओगे! आज तुम्हारा हैं क्यों ना आज ही कुछ कर के दिखाओगे! मरने वाले अपना ख़ुशी गम अपने साथ ले गये उनसे तुम सिर्फ इतिहास पाओगे! आज कुछ कर,कल को स्वर्ग बनाओगे! भविष्य के नये सपने सजाओगे! , भावी पीढ़ी को नई विरासत दिये जाओगे! बीते पल की यादो मे खुद को जलाओगे! और भस्म हों जाओगे! जो शरीर मिला है उसे बचा लो इससे अच्छा गहना तुम ना पाओगे! नशे के आदि हों शरीर को गलाओगे! अंत मे हड्डियों का ढाँचा ही बन जाओगे! और अग्नि मे समर्पित हों जाओगे! या मिट्टी मे मिल जाओगे! ©POOJA UDESHI #Aaj #Kal #Nasha #maran #Insaan #insaaniyat #Rose