वक़्त बदल रहा या जिंदगी भाग रही बेतरतीब होकर सुना है शहर में आजकल उमस बहुत है.. मौसम बदल रहा या हमने बदल दिया अपनी तरह जरूरतें बढ़ जाती हैं आसरे की तलाश में लेकिन वज़ूद तो तब भी वही था और अब भी शायद ताउम्र वही रहे सुकून के मायने अब पहले जैसे न रहे परिन्दें भटकते रहे यही भटकना नियति बन गई है... हम ठहरना ही नही चाहते.... ©kumar ramesh rahi #वक़्त #जिंदगी #शहर #मौसम #बदल #तलाश #सुकून #ठहरना #kumarraneshrahi #Walk