हैं कुछ अलग करने की चाह हैं रचनात्मक कार्य की चाह ! अपने अंदर झांक कर देखा जहां मोह की माया में मिलते अपयश सच्चे वीर बलिदानी को जहां नारी के अस्तित्व को डूबो दिया जाता कुछ लोगों के कामों से अपने अंदर झांक कर देखा ... हैं काबिलियत इनको प्रशासनिक कार्यों से न्याय दिलाने की !! अपने अंदर झाँक के देखा क्या क्या मंज़र झलक रहे थे। #अपनेअंदर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi