जहाँ बाजपाई की कड़वी पूड़ी के साथ राम आसरे की मिठास है वो लखनऊ शहर नहीं एक एहसास है जहाँ रायल कैफ़े के साथ टुंडे की एक पहचान खास है वो लखनऊ शहर नहीं एक एहसास है जहाँ तमाम मतभेदों के साथ हनुमान सेतु को मसजिद पे विश्वास है वो लखनऊ शहर नहीं एक एहसास है जहाँ कैसरबाग़ की ठंडी लस्सी के साथ शर्मा की गर्म चाय बेमिसाल है वो लखनऊ शहर नहीं एक एहसास है जहाँ भागती जिंदगी के साथ "पहले आप" की परंपरा आज भी बरकरार है वो लखनऊ शहर नहीं एक एहसास है जहाँ मुझे बचपन के साथ बुढ़ापा गुजारने की एक आस है वो लखनऊ शहर नहीं एक एहसास है। pandeyji #lucknow #City