मैं समंदर वहीं हूं कभी आगे बढ़ा ही नहीं वो नदी कभी दरिया कभी बांध कभी नहरों की एक का होकर रहने का ख्याल उसके ख्यालों में कभी चढ़ा ही नहीं ©khanpuri write #OceanBeach